जैसा कि क़ुरआन मजीद में अल्लाह तआला फ़रमाता है कि-
”हम ने इंसान को सड़ी हुई मिट्टी के सूखे गारे से बनाया। ”
(सूरह अलहजर, आयत-26)
गर्ज़ यह है कि अल्लाह ने आदम ے को अपने दस्ते क़ुदरत से बनाया। पहले मिट्टी को गारे में तब्दील किया फिर इसको मिला कर गुंधा गया। फिर आदम ے का पुतला बनाया गया और इसको चालीस दिन तक इसी तरह रहने दिया। फ़रिश्ते इसे देखने के लिए आते थे। इब्लीस भी अपने पैर से इस पुतले को ठोकर मारता और कहता मैं तुझ पर ग़ालिब आ गया तो तुझे हलाक कर दूंगा और अगर तू मेरा हाकिम बन गया तो मैं तेरी नाफ़रमानी करुँगा।
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