मूँछोे के बाल:-
मूँछोे के बालों के लिये हज़रत मुहम्मदگ का हुक्म है कि मूँछे कतरवाओ और दाढि़याँ बढ़ाओ और मूँछों को मूँडने का अहादीस में कोई ज़िक्र नहीं मिलता लेकिन मूँछों को कतरवाने में ज़्यादती करनी चाहिये, मूँछों के कतरवाने मे होंठों के ऊपर का हिस्सा लिया जाता है और मूँछों के दोनों तरफ़ के बाल बढ़ाने में कोई हर्ज नहीं।
मूँछोे के बालों के लिये हज़रत मुहम्मदگ का हुक्म है कि मूँछे कतरवाओ और दाढि़याँ बढ़ाओ और मूँछों को मूँडने का अहादीस में कोई ज़िक्र नहीं मिलता लेकिन मूँछों को कतरवाने में ज़्यादती करनी चाहिये, मूँछों के कतरवाने मे होंठों के ऊपर का हिस्सा लिया जाता है और मूँछों के दोनों तरफ़ के बाल बढ़ाने में कोई हर्ज नहीं।
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