मैल:-
सिर और दाढ़ी के बालों में जमा होने वाले मैल और जुओं का साफ़ करना मुस्ताहिब है। इनकी सफ़ाई के लिये बालों को धोने, तेल लगाने और कंघा करने का हुक्म है। हज़रत मुहम्मद ﷺ अपने बालों में कभी कभी तेल डालते और कंघा करते।
आपका फ़रमान है कि-
सिर और दाढ़ी के बालों में जमा होने वाले मैल और जुओं का साफ़ करना मुस्ताहिब है। इनकी सफ़ाई के लिये बालों को धोने, तेल लगाने और कंघा करने का हुक्म है। हज़रत मुहम्मद ﷺ अपने बालों में कभी कभी तेल डालते और कंघा करते।
आपका फ़रमान है कि-
जिसके बाल हों उसे चाहिये कि उनका इकराम करे (यानि देखभाल करे)
(अबू दाऊद)
इसी तरह कानों, दाँतों और नाख़ूनों वग़ैरा में जो मैल जम जाता है उसे साफ़ करना भी बहुत ज़रूरी है क्योंकि जमे हुए मैल से सिर्फ़ सही तरह से पाकी हासिल करने में ही रुकावट नहीं आती बल्कि तरह-तरह की बीमारियाँ होने का भी ख़तरा रहता है।
रतूबतें :-
हमारी नाक और आँखों से ऐसी रतूबतें निकलती हैं जो सूख कर नथनों में या आँखों के कोए में जम जाती हैं जिस की वजह से वुज़ू और ग़ुस्ल सही नहीं होते।
हमारी नाक और आँखों से ऐसी रतूबतें निकलती हैं जो सूख कर नथनों में या आँखों के कोए में जम जाती हैं जिस की वजह से वुज़ू और ग़ुस्ल सही नहीं होते।
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