बग़लों और नाफ़ के नीचे के बाल:-
बग़लों और नाफ़ के नीचे के बाल साफ़ करने के लिये बेहतर यह है कि हर आठवें दिन यानि जुम्मे को जब ग़ुस्ल करें तो इन बालों को भी उस्तरे (Razor) से साफ़ कर लें। औरतों के लिये बेहतर है कि किसी साबुन या क्रीम से यह बाल साफ़ करें। इन बालों को साफ़ करने की मुद्दत किसी भी हाल में चालीस (40) दिन ये ज़्यादा नहीं होनी चाहिये।
नाख़ून काटने के लिये भी यही बेहतर है कि हर आठवें दिन दोनों हाथों और पैरों की उँगलियों के नाख़ून काट लेने चाहियें ताकि इसमें मैल या कोई ऐसी चीज़ न फंस जाये जो वुज़ू या ग़ुस्ल करने मे रुकावट बने। मैल अगर वुज़ू/ग़ुस्ल के लिये रुकावट न भी हो लेकिन सेहत के लिये तो ख़तरनाक होता ही है, इसी वजह से आपگ नाख़ून काटने की बहुत ताकीद फ़रमाते आपگ का फ़रमाने आलीशान है।
बग़लों और नाफ़ के नीचे के बाल साफ़ करने के लिये बेहतर यह है कि हर आठवें दिन यानि जुम्मे को जब ग़ुस्ल करें तो इन बालों को भी उस्तरे (Razor) से साफ़ कर लें। औरतों के लिये बेहतर है कि किसी साबुन या क्रीम से यह बाल साफ़ करें। इन बालों को साफ़ करने की मुद्दत किसी भी हाल में चालीस (40) दिन ये ज़्यादा नहीं होनी चाहिये।
नाख़ून काटने के लिये भी यही बेहतर है कि हर आठवें दिन दोनों हाथों और पैरों की उँगलियों के नाख़ून काट लेने चाहियें ताकि इसमें मैल या कोई ऐसी चीज़ न फंस जाये जो वुज़ू या ग़ुस्ल करने मे रुकावट बने। मैल अगर वुज़ू/ग़ुस्ल के लिये रुकावट न भी हो लेकिन सेहत के लिये तो ख़तरनाक होता ही है, इसी वजह से आपگ नाख़ून काटने की बहुत ताकीद फ़रमाते आपگ का फ़रमाने आलीशान है।
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