- आजकल आमतौर पर साबुन या शैम्पू वग़ैरा जो मिलते हैं वह सब ख़ुशबूदार होते हैं लिहाज़ा उन्हें हरगिज़-हरगिज़ इस्तेमाल न करें लेकिन अगर कोई साबुन बिना ख़शबू वाला ख़ास तौर पर बना हुआ हो तो इस्तेमाल कर सकते हैं। ख़ुशबूदार साबुन के एक बार इस्तेमाल से सदक़ा और बार-बार इस्तेमाल करने से दम वाजिब हो जाता है।
- ख़ालिस ख़ुशबू मुश्क, अम्बर, ज़ाफ़रान, जावित्री, लौंग, इलायची, दारचीनी, सोंठ वग़ैरा खाना।
- ऐसी ख़ुशबू का आँचल में बाँधना जिसमें महक हो जैसे मुश्क, अम्बर, ज़ाफ़रान।
- सिर या दाढ़ी को किसी ख़ुशबूदार ऐसी चीज़ से धोना जिससे जुएँ मर जायें।
- मेहंदी का या और कोई ख़िज़ाब लगाना या गोंद वग़ैरा से बाल जमाना ।
- ज़ैतून या तिल का तेल चाहे उनमें ख़ुशबू न हो बालों या बदन में लगाना।
- किसी के बाल काटना, जूँ मारना, जूँ फेंकना, किसी को जूँ मारने का इशारा करना, कपड़ा उसके मारने को धोना या धूप में डालना यानि जूँ के मार डालने पर किसी तरह की मदद करना या कराना।
No comments:
Post a Comment