इकट्ठे हो कर खाना
इकट्ठे हो कर खाना खाने में बरकत होती है।
खाना आहिस्ता-आहिस्ता खाना
आहिस्ता चबा चबा कर खाना बेहतर है सेहत के उसूल में से है और अगर मेहमान के साथ खा रहा और वह आहिस्ता खा रहा है तो अपने मुसलमान भाई का ख़्याल रखते हुए आहिस्ता खाये, ऐसा न हो कि शर्म की वजह से वह भूखा ही उठ जाए।
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