उनके लबों की मुस्कराहट को गुलशन कह दिया ।
उनकी आँखों के अश्क़ों को शबनम कह दिया ।।
और अब कहने को बाक़ी रह भी क्या गया ।
जब परवाने ने शमा को हमदम कह दिया ।।
डॉ. अतहर खान...✍
उनकी आँखों के अश्क़ों को शबनम कह दिया ।।
और अब कहने को बाक़ी रह भी क्या गया ।
जब परवाने ने शमा को हमदम कह दिया ।।
डॉ. अतहर खान...✍
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